नेटवर्क डिवाइसेज़ (Network Devices)
नेटवर्क डिवाइसेज़ (Network Devices)
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Network Devices |
वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN)
VPN के लाभ:
गोपनीयता और सुरक्षा: आपका IP पता छिपा रहता है, जिससे आपकी ऑनलाइन गतिविधियाँ ट्रैक नहीं की जा सकतीं।
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सार्वजनिक Wi-Fi पर सुरक्षा: सार्वजनिक नेटवर्क पर डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
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भौगोलिक प्रतिबंधों को बायपास करना: ब्लॉक की गई वेबसाइटों और सेवाओं तक पहुंच प्रदान करता है।
गोपनीयता और सुरक्षा: आपका IP पता छिपा रहता है, जिससे आपकी ऑनलाइन गतिविधियाँ ट्रैक नहीं की जा सकतीं।
सार्वजनिक Wi-Fi पर सुरक्षा: सार्वजनिक नेटवर्क पर डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
भौगोलिक प्रतिबंधों को बायपास करना: ब्लॉक की गई वेबसाइटों और सेवाओं तक पहुंच प्रदान करता है।
VPN कैसे काम करता है:
वीपीएन के प्रकार:
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रिमोट एक्सेस वीपीएन: व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के लिए।
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साइट-टू-साइट वीपीएन: विभिन्न कार्यालयों के नेटवर्क को जोड़ने के लिए।
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मोबाइल वीपीएन: मोबाइल डिवाइसों के लिए।
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पर्सनल वीपीएन: व्यक्तिगत गोपनीयता के लिए।
नेटवर्क टोपोलॉजी (Network Topology)
1. मेश टोपोलॉजी (Mesh Topology)
इस टोपोलॉजी में प्रत्येक डिवाइस अन्य सभी डिवाइसेज़ से सीधे जुड़ा होता है।
2. स्टार टोपोलॉजी (Star Topology)
सभी डिवाइसेज़ एक केंद्रीय हब से जुड़े होते हैं।
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लाभ: समस्या निवारण और नेटवर्क प्रबंधन आसान।
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हानि: केंद्रीय हब की विफलता से पूरा नेटवर्क प्रभावित होता है।
Star topology |
3. बस टोपोलॉजी (Bus Topology)
सभी डिवाइसेज़ एक एकल केबल से जुड़े होते हैं।
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लाभ: स्थापना में कम लागत।
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हानि: केबल की विफलता से पूरा नेटवर्क बंद हो सकता है।
Bus Topology |
4. रिंग टोपोलॉजी (Ring Topology)
डिवाइसेज़ एक वृत्ताकार संरचना में जुड़े होते हैं, जहां डेटा एक दिशा में प्रवाहित होता है।
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लाभ: डेटा टकराव की संभावना कम।
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हानि: किसी एक डिवाइस की विफलता से पूरा नेटवर्क प्रभावित हो सकता है।
Ring Topology |
5. ट्री टोपोलॉजी (Tree Topology)
यह स्टार और बस टोपोलॉजी का संयोजन है, जिसमें डिवाइसेज़ एक पदानुक्रमित संरचना में जुड़े होते हैं।
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लाभ: नेटवर्क का विस्तार आसान।
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हानि: मुख्य केबल की विफलता से नेटवर्क प्रभावित हो सकता है।
Tree topology |
6. हाइब्रिड टोपोलॉजी (Hybrid Topology)
यह विभिन्न टोपोलॉजी का संयोजन है, जो नेटवर्क की आवश्यकताओं के अनुसार डिजाइन किया जाता है।
लाभ: लचीलापन और स्केलेबिलिटी।
- हानियाँ: जटिल डिजाइन और रखरखाव।
1. नेटवर्क इंटरफेस कार्ड (NIC)
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आंतरिक NIC: कंप्यूटर के मदरबोर्ड में स्थापित होता है।
बाहरी NIC: USB पोर्ट के माध्यम से कंप्यूटर से जुड़ता है।
External NIC |
नेटवर्क डिवाइसेज़ (Network Devices)
Type of Network devices |
रिपीटर का उपयोग कमजोर या क्षीण सिग्नल को पुनः उत्पन्न करने के लिए किया जाता है, ताकि सिग्नल की गुणवत्ता बनी रहे और लंबी दूरी तक ट्रांसमिशन संभव हो सके।
Repeater
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2. हब (Hub)
हब एक मल्टीपोर्ट रिपीटर की तरह कार्य करता है, जो डेटा को सभी जुड़े डिवाइसेज़ में प्रसारित करता है।
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सक्रिय हब: सिग्नल को बढ़ाता और पुनः उत्पन्न करता है।
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निष्क्रिय हब: सिर्फ सिग्नल को पास करता है, बिना किसी परिवर्तन के।
HUB
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3. स्विच (Switch)
स्विच नेटवर्क में डेटा पैकेट को विशिष्ट डिवाइस तक पहुंचाने का कार्य करता है, जिससे नेटवर्क की दक्षता बढ़ती है।
Switch |
Routers Image |
4. राउटर (Router)
राउटर विभिन्न नेटवर्कों को आपस में जोड़ता है और डेटा पैकेट को उनके गंतव्य IP पते के आधार पर मार्गदर्शित करता है।
Routers |
6. ब्रिज (Bridge)
ब्रिज दो समान नेटवर्कों को जोड़ता है और डेटा को MAC एड्रेस के आधार पर फ़िल्टर करता है।
Bridge |
Bridge Images |
7. गेटवे (Gateway)
गेटवे विभिन्न नेटवर्क प्रोटोकॉल के बीच संचार को सक्षम बनाता है, जिससे विभिन्न प्रकार के नेटवर्क आपस में संवाद कर सकते हैं।
GateWay |
8. ब्राउटर (Brouter)
ब्राउटर ब्रिज और राउटर दोनों की विशेषताओं को संयोजित करता है, जो डेटा लिंक लेयर और नेटवर्क लेयर दोनों पर कार्य करता है।
Brouter |
यह लेख नेटवर्क डिवाइस, नेटवर्क टोपोलॉजी और वीपीएन जैसे महत्वपूर्ण विषयों की संक्षिप्त जानकारी प्रदान करता है। यह जानकारी कंप्यूटर नेटवर्किंग की मूलभूत समझ विकसित करने में सहायक है।
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